2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | याह पौहमी है छार की, मुर्द फरोशी पिंड। गरीबदास केशव कहै, चरण धरे सिर डंड।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | चौपड़ के बैजार फिर कर, आये केशव पास। गरीबदास कुर्बान गति, क्या क्या कहूँ विलास।।Satlok Ashram
3 years agoगरीबदास जी की सम्पूर्ण कथा, सतनाम क्या है? | Sant Rampal Ji LIVE Satsang | SATLOK ASHRAMSant Rampal Ji Maharaj
2 years agoNitin Gadkari statement Nagraj Manjule| नागराज मंजुळेंना मी प्रशस्तिपत्र देण्याची गरज नाहीSarkarnama
3 years agoAmravati : इट का जबाब पत्थर से देंगे... | Chandrashekhar Bawankule | Amravati | SarakarnamaSarkarnama
2 years agoसंत रामपाल जी महाराज के बारे में जयगुरुदेव की भविष्यवाणी | Sant Rampal Ji Satsang | SATLOK ASHRAMSatlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | हम हैं पूर्व ठेठ के, उतरे औघट घाट । गरीबदास जीव दक्षिण के, यौ नहीं मिलती साट ।।Satlok Ashram
1 month agoमत्ती 19:9 का शीर्षक: विवाह, व्यभिचार और तलाक पर यीशु की शिक्षा .#shortvideo #shorts #youtube #ytsecret of faith in jesus christ.
2 years agoअजब अहंकारी मनुष्य हैं, सुन कबीर मम ज्ञान । गरीबदास केशव कहै, इन्हें कैसा ज्ञान अरू ध्यान ।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | बिना पकाया पक रह्या, उतरे अर्श खमीर । गरीबदास मेला शुरू, जय जय होत कबीर ।।Satlok Ashram
3 years agoSharmila Thackeray On Maha Vikas Aghadi : लस उपलब्ध करुन देण्याची जबाबदारी सरकारची | SarkarnamaSarkarnama
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | नहीं अधर सरबर तहां, नहीं अधर कोई बाग। गरीबदास केशव कहै, क्यों नहीं देते त्याग।।Satlok Ashram
8 months agoबद्दोपति आंख लड़ी - ओरिजिनल वाला इंटरेस्टेड यार? 😂🔥 #BadoBadiTrend #CleanComedyFitnessguidetop
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | भेष देख रैदास जी, गये कबीरा पास। गरीबदास रैदास कहै, छूट्या काशी वास।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | सुन कबीर मन भावने, तुमरी बात अगाध। गरीबदास केशव कहै, तुम से तुम ही साध।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | विष्टा जिन की देह में, मगन फिरै दिन रात । गरीबदास केशव कहै, जिन सिर यम की घात ।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | हम अमान अबिगत पुरुश, चुंबक ज्यूं चमकार। गरीबदास लोहा फिरै, हमरे अधर आधार।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | युग सत्तर हम ज्ञान दिया, जीव न समझ्या एक । गरीबदास घर घर फिरे, धरैं कबीरा भेष ।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | हाड चाम की देहि में, दूध रत्न सरवंत । गरीबदास घट पिण्ड में, ऐसे है भगवंत ।।Satlok Ashram
2 years agoदिव्य धर्म यज्ञ | सत्तर युग सेवन किये, किन्हे न बूझी बात । गरीबदास मैं समझात हूँ, मोहे लगावें लात ।।Satlok Ashram