Ravindra Singh Bhati Video शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी

1 month ago
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राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय राजस्थान के बाड़मेर जिले की शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी हाल ही में राज्य सरकार और सोलर कंपनियों के खिलाफ अपने मुखर विरोध के लिए चर्चा में हैं। वे ओरण और गोचर भूमि की सुरक्षा और किसानों के अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से संघर्षरत हैं। विधायक भाटी ने ओरण और गोचर भूमि को सोलर परियोजनाओं के लिए आवंटित करने का विरोध किया है। उनका कहना है कि ये भूमि न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ग्रामीण समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर भी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास के नाम पर इन भूमि का विनाश स्वीकार्य नहीं है। भाटी ने कहा, "हम बईया गांव के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं होने देंगे। यह ओरण और गोचर की जमीन है, जो न केवल हमारी संस्कृति बल्कि हमारे अस्तित्व का प्रतीक भी है।" भाटी ने सोलर कंपनियों पर आरोप लगाया है कि वे किसानों की जमीनों का अधिग्रहण करने में अनियमितताएं कर रही हैं और उचित मुआवजा नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सोलर कंपनियां तानाशाही रवैया अपना रही हैं और जिन किसानों ने अपनी जमीन देने से मना किया, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। भाटी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि किसी ने अनैतिक ढंग से किसानों की जमीन पर कब्जा किया, तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सोलर कंपनियों की शिकायत पर विधायक भाटी के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। नेशनल सोलर एनर्जी फेडरेशन ऑफ इंडिया (NSEFI) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि भाटी द्वारा उत्पन्न की गई बाधाओं के कारण इलाके में नवीकरणीय परियोजनाओं में 8500 करोड़ रुपये का निवेश रुका हुआ है। इस पर भाटी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "जनता के अधिकारों की लड़ाई के दौरान हुए यह मुकदमे ही उनकी सेवा का प्रमाण है." #rajasthan #barmer #jaipur लिए चर्चा में हैं। वे ओरण और गोचर भूमि की सुरक्षा और किसानों के अधिकारों के लिए सक्रिय रूप से संघर्षरत हैं। विधायक भाटी ने ओरण और गोचर भूमि को सोलर परियोजनाओं के लिए आवंटित करने का विरोध किया है। उनका कहना है कि ये भूमि न केवल पर्यावरणीय संतुलन के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि ग्रामीण समुदायों की सांस्कृतिक धरोहर भी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि विकास के नाम पर इन भूमि का विनाश स्वीकार्य नहीं है। भाटी ने कहा, "हम बईया गांव के लोगों को उनके अधिकारों से वंचित नहीं होने देंगे। यह ओरण और गोचर की जमीन है, जो न केवल हमारी संस्कृति बल्कि हमारे अस्तित्व का प्रतीक भी है।" भाटी ने सोलर कंपनियों पर आरोप लगाया है कि वे किसानों की जमीनों का अधिग्रहण करने में अनियमितताएं कर रही हैं और उचित मुआवजा नहीं दे रही हैं। उन्होंने कहा कि सोलर कंपनियां तानाशाही रवैया अपना रही हैं और जिन किसानों ने अपनी जमीन देने से मना किया, उन्हें गिरफ्तार किया जा रहा है। भाटी ने प्रशासन को चेतावनी दी कि यदि किसी ने अनैतिक ढंग से किसानों की जमीन पर कब्जा किया, तो इसका मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा। सोलर कंपनियों की शिकायत पर विधायक भाटी के खिलाफ मुकदमे भी दर्ज किए गए हैं। नेशनल सोलर एनर्जी फेडरेशन ऑफ इंडिया (NSEFI) ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर आरोप लगाया कि भाटी द्वारा उत्पन्न की गई बाधाओं के कारण इलाके में नवीकरणीय परियोजनाओं में 8500 करोड़ रुपये का निवेश रुका हुआ है। इस पर भाटी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "जनता के अधिकारों की लड़ाई के दौरान हुए यह मुकदमे ही उनकी सेवा का प्रमाण है." #rajasthan #barmer #jaipur

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