"बिल्ली और खरगोश" (Cat and Rabbit Story in Hindi)

1 month ago
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दो भाई (पापू और दुगी) की कहानी

एक गाँव में पापू और दुगी नाम के दो भाई रहते थे। पापू बड़ा भाई था और बहुत ही समझदार और मेहनती था। वह हमेशा अपना काम समय पर करता और सभी का ख्याल रखता। दूसरी तरफ, दुगी छोटा भाई था, जो आलसी और शरारती था। वह मेहनत करने से बचता और हमेशा पापू पर निर्भर रहता।

एक दिन, पापू ने सोचा कि दुगी को मेहनत का महत्व समझाना चाहिए। उसने दुगी से कहा, "दुगी, अगर तुम अपनी मेहनत से कुछ कमाओगे, तो तुम्हें समझ आएगा कि मेहनत का फल कितना मीठा होता है।"

दुगी ने हंसते हुए कहा, "भाई, तुम काम करो। मुझे आराम पसंद है।"

पापू ने एक योजना बनाई। उसने दुगी से कहा, "चलो, हम दोनों जंगल में लकड़ियां काटने चलते हैं। जो सबसे ज्यादा लकड़ियां काटेगा, उसे इनाम मिलेगा।"

दुगी ने सोचा कि यह आसान होगा और उसने चुनौती स्वीकार कर ली। अगले दिन, दोनों जंगल गए। पापू ने बिना रुके मेहनत की और बहुत सारी लकड़ियां काट लीं। दुगी ने थोड़ी देर मेहनत की, फिर थककर एक पेड़ के नीचे सो गया।

शाम को जब दोनों घर लौटे, तो पापू के पास लकड़ियों का बड़ा ढेर था, जबकि दुगी के पास सिर्फ कुछ लकड़ियां थीं। पापू ने दुगी से कहा, "देखा, मेहनत का फल मीठा होता है। अगर तुमने भी मेहनत की होती, तो तुम्हारे पास भी लकड़ियां होतीं।"

दुगी को अपनी गलती का एहसास हुआ। उसने पापू से माफी मांगी और वादा किया कि अब से वह भी मेहनत करेगा। धीरे-धीरे, दुगी ने मेहनत करना शुरू कर दिया और दोनों भाई मिलकर खुशहाल जीवन बिताने लगे।

कहानी से सीख: मेहनत और समझदारी से ही जीवन में सफलता मिलती है। आलस्य से कुछ हासिल नहीं होता।

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