Raju Kumar

2 months ago
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सुबह मंदिर में भोलेनाथ की पूजा करें और उसके बाद पूरे दिन अपना व्रत रखें. गुरुवार को शाम 7.54 तक त्रयोदशी है उसके बाद चतुर्दर्शी का आरंभ हो जाएगा तो शाम के समय भगवान

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