मानस की जात सभै एकै पाहिचानबो

3 months ago
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राजा शर्मा जी अपनी इस कहानी के माध्यम से एक बहुत ही जरूरी संदेश आप तक पहुचाना चाह्ते है. आज भी हमारे समाज में उंच नीच जात पात मान कर लोग जीवन के कुछ फैसले लेते है. शर्मा जी आपसे अनुरोध करते है के अब समय आ गया है के मानस की जात सभे एकै पहिचान्बो! लाइक जरूर कर दीजियेगा.

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