2024-08-21 12.31.29 Mrs. P. Jayamma with Dr. Susan for counseling and treatment plan

2 months ago
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समय और ऊर्जा अनंत है, जब समय चक्र में बंध जाता है तब ऊर्जा, समय सीमा के बंधन में प्रवाह करने को मजबूर हो जाता है, तब, ऊर्जा शक्ति का रूप ले लेती है, और जीवन उत्पन्न होता है।
इस जीवन चक्र के बाहर की स्थिति शक्तिविहीन हो जाती है, और चक्र के अंदर की स्थिति शक्तिशाली होती है। शक्तिविहीन शैतानी और शक्तिशाली सनातनी है।

शैतानी का एक ही काम है की यह शक्ति को चुराए, और कालचक्र को खोल दे कि वह अनंत स्थित में पुनः स्थापित हो जाए। इसके लिए शैतानी को छल का इस्तेमाल करके आधा सच आधा अच्छा का ढोंग रचना पड़ता है। ताकि सनातनी फंस जाए। ढोंग से अन्याय और पक्षपात उत्पन्न होता है। इससे इस्तेमाल कर और फेंक स्वभाव बनाता है। इंसान को इस्तेमाल कर फेंकने से गरीबी, अनाथ, वेश्यावृत्ति और अपराधी दुनिया बन जाती है जो लड़ाई करवाती रहती है।
वस्तु को इस्तेमाल कर फेंकते है तब भूमि, गगन, वायु, अग्नि, नीर प्रदूषित हो जाती है, और अत्यधिक प्रदूषण कोशिकाओं में जम जाता है जिसे कोशिका मुक्त करने में असक्षम हो जाती है, तब बीमारी हो जाती है।
लड़ाई और बीमारी से मौत, शैतानी तंत्र का षड्यंत्र है। रंग, भाषा, विश्वास, ज्ञान, मान, आन, वंश, रीति, रिवाज, धर्म इत्यादि, को लड़ाई के लिए इस्तेमाल किया जाता है, और भगवान की पूजा और पुन्नीय को गलत विस्तृतीकरण (decode) करके भूमि, गगन, वायु, अग्नि, नीर की पूर्ण जिम्मेदारी नहीं लेते हैं।

हमे जागते रहना है, ताकि षड्यंत्र के शिकार न हो जाए।

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