दस प्रकार के शत्रुओं को बर्बाद करने के दस अलग और आसान उपाय

10 months ago
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१-सात अंगुल माप की घोड़े की हड्डी को कील जैसा बना कर अश्वनी नक्षत्र में अश्वशाला में दबा दें. प्रयोग से पहले 'ॐ पच स्वाहा' का जाप आवश्यक है .
२- पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र में जाती वृक्ष की आठ अंगुल माप की लकड़ी की कील बना कर उसे 'ॐ कुम्भ स्वाहा' से अभिमंत्रित करके धोबी के घर दबा दें.
३-पूर्व फाल्गुनी नक्षत्र में ही बेर की झाड़ी की लकड़ी से आठ अंगुल माप की कील बना कर उसे 'ॐ जले स्वाहा' जपते हुए मछुआरे के तालाब में रख दें.
४-मंदार की एक अंगुल माप की लकड़ी की कृतिका नक्षत्र में कील बना कर शत्रु के जलाशय में दाल दें.
५-चित्रा नक्षत्र में चार अंगुल माप की मुलेथिई की लकड़ी की कील लेकर उसे 'ॐ दह दह स्वाहा'' मंत्र उच्चारित करके तेली के तेल भण्डार में दाल दें.
६- चित्रा नक्षत्र में भल्लातक(भिलावा) की आठ अंगुल माप की लकड़ी की तेली के घर में दबा दें.
७-जामुन की आठ अंगुल माप की लकड़ी अनुराधा नक्षत्र में लाकर कील जैसा बना कर उसे दूध वाले के घर में डाल दें.
८-गंधक का चूरा पानी में मिला कर शत्रु के खेत में छिड़काव कर दें.
९-शतभिषा नक्षत्र में सुपारी के पेड़ की नौ अंगुल माप की लकड़ी बना कर पान विक्रेता के घर या खेत में डाल दें.
१०-कृतिका नक्षत्र में सोलह अंगुल माप की श्वेतार्क की लकड़ी की कील बना कर मदिरालय या बार में डाल दें.

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