रामलला को अपने जन्म स्थान पर फिर से स्थापित करने वाले साधु अभिराम दास और वृंदावन दास I Report भारत

1 year ago
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500 वर्षों के संघर्ष के बाद अब रामलला का भव्य मंदिर बन कर तैयार है। राम जन्मभूमि स्थल जिसे भगवान राम का जन्मस्थल माना जाता है वहां अंततः रामलला 22 जनवरी 2024 को विराजमान होंगे। लेकिन 1949 में 2 साधु अपनी जान पर खेलकर रामलला को बाबरी मस्जिद में स्थापित नहीं करते तो राम जन्मभूमि आंदोलन कभी खड़ा ही नहीं हो पाता। 22 दिसंबर 1949 को साधु अभिराम दास और साधु वृंदावन दास ने 16वी शताब्दी में बनी बाबरी मस्जिद के सबसे बड़े गुंबद के नीचे श्री रामलला को 400 साल बाद अपने जन्म स्थान पर स्थापित कर दिया था ।

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