राख जो कर देगी दुश्मन की खुशियाँ ख़ाक (ash that will sweep away the happiness from your enemies life)

1 year ago
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ये महा विलक्षण मन्त्रों में आता है इसलिए बहुत सावधानी से करें और हो सके तो किसी योग्य गुरु का दिशा निर्देश ले लें. होली से पहले वाले अमावस के दिन रात बारह बजे से सूर्योदय तक लगातार जपें और फिर होली के दिन श्मशान में जाकर काला कबूतर काटें. दीपावली की रात भी ऐसा ही करें और फिर सफ़ेद कबूतर काट कर उसका पंजा अपने पास रख कर बाकी शरीर श्मशान में ही छोड़ दें या मिट्टी में गाड़ दें. फिर किसी शनिवार को (कृष्णपक्ष की चतुर्थी के दिन) श्मशान में जाकर जलती चिता के सामने बैठ कर रात भर मन्त्र जपें और सुबह जल्दी ही वहां से राख लेकर लौटें. वह राख इस मन्त्र से १००१ बार अभिमंत्रित कर लें. फिर जिसके ऊपर ये राख डाली जायेगी, उसका उच्चाटन हो जाएगा.

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