भाग्योदयकारी तांत्रिक ताबीज

1 year ago
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रवि, पुष्य या किसी अन्य शुभ मुहूर्त में स्वच्छ वस्त्र धारण करके और पूरब दिशा की ओर मुहँ करके सफ़ेद आसन पर बैठें. फिर अनार की कलम और अष्टगंध की स्याही से भोजपत्र पर इस यंत्र को बनाएँ. दीप धूप से पूजा करें और चांदी के ताबीज़ में बंद करके इसे दाहिनी बाजु या फिर गले में बाँध लें.

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