shashank abhira ke 101 bhoot

1 year ago
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शशांक अभीरा , घूमने का शौकीन लड़का था अकेला ही अपनी धुन में मगन घर से दूर मस्ती करने जंगलों में निकल जाता था । घूमते हुए
एक रात, एक घने जंगल में एक हवेली में जा पहुंचा । हवेली के बाहर खड़े होकर लोगो से हवेली के मालिक के बारे में पूछा बाहर खड़े एक अदमी ने जो बताया उसे सुन कर शशांक को थोड़ा अचंभा हुआ ।क्युकी हवेली के मालिक का नाम भी शशांक था, और वह अकेला रहता था। लोग कहते थे कि इस हवेली में भूतों का बसेरा है।
चुकी रात बहुत हो चुकी थी । घनघोर अंधेला जंगल का सामने से डरा रहा था । इसलिए शशांक के पास कोई दूसरा रास्ता नहीं था हवेली के अंदर जाने के सिवा ।
तभी जोर की बिजली कड़की और शशांक भागा जोर से सर्राटे के साथ हवेली के गेट के पास पहुंच गया ।
जैसे ही शशांक गेट के पास खड़ा हुआ तुरंत बिजली कड़की और गेट खुला फटाक से । शशांक को घबराहट हुई । फिर भी उसने हवेली के अंदर झांका और धीरे धीरे अंदर घुस गया । अंदर कोई नहीं दिखा , एक आवाज उसके कान में सुनाई दी। आओ , शशांक । आओ । शशांक डर गया उसने धीरे से पूछा , आपको मेरा नाम कैसे पता । फिर दूसरे कान में जोर से हंसने की भूतिया आवाज आती है और फिर सामने से एक आदमी आता है और बोलता है क्युकी मेरा नाम भी शशांक है । और मैं भी तुम्हारी तरह यहां घूमते हुए पहुंचा था । और मैं ही नही जिनसे तुमसे बाहर बात की वो भी शशांक ही था और वो भी था घूमते हुए ही यह पहुंचा था । इस हवेली में एक सौ एक कमरे है जिसमे निन्यानबे कमरे शशांक नाम के भूतो से भरे है। तभी चारो तरफ से आवाजे आने लगती है हां हां मैं भी शशांक हूं , हां हां मैं भी शशांक हूं और चारो तरफ से हंसने की आवाजे आने लगती है । ह ह ह ह ह ह ह ह ह ह और तभी , दूसरा भूत शशांक बोलता है जब तक ये सभी कमरे शशांक नाम के भूतो से भर नहीं जाते तब तक यहाँ शशांक नाम के लड़के आते रहेगें और भूत बनते रहेंगे । अपना वाला शशांक डर से कांप उठा । और जोर जोर से रोने लगा । और तभी गेट फटाक से बंद होता है बाहर एक आकाशवाणी होती है कौन होगा एक सौ एकवा शशांक । कौन होगा , क्या होगा इन सौ शशांक का । क्यूं आते है एक ही नाम के लड़के इस हवेली में । तभी एक चुड़ैल ऊपर दिखाई जाती है जोर जोर से हस रही होती है ।जानने के लिए शशांक अभीरा को फॉलो करो चैनल को सब्सक्राइब करो। एक मिलियन लाइक होने पर इस कहानी को एनीमेशन के रूप में दिखाया जायेगा ।

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