Tera Na Raha Main तेरा न रहा मैं Gazal

1 year ago
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तेरे लिए सब छोड़ के तेरा न रहा मैं
दुनिया भी गई इश्क़ में तुझ से भी गया मैं

इक सोच में गुम हूँ तेरी दीवार से लग कर
मंज़िल पे पहुँच कर भी ठिकाने न लगा मैं

वर्ना कोई कब गालियाँ देता है किसी को
ये उस का करम है कि तुझे याद रहा मैं

इक धोके में दुनिया ने मिरी राय तलब की
कहते थे कि पत्थर हूँ मगर बोल पड़ा मैं

"Poetry is when an emotion has found its thought and the thought has found words."

"कविता तब होती है जब भावना को उसका विचार मिल जाता है और विचार को शब्द मिल जाते हैं।"

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