Un Ki Khushboo उन की ख़ुश्बू Gazal

1 year ago
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मेरी तन्हाई बढ़ाते हैं चले जाते हैं
हँस तालाब पे आते हैं चले जाते हैं

इस लिए अब मैं किसी को नहीं जाने देता
जो मुझे छोड़ के जाते हैं चले जाते हैं

मेरी आँखों से बहा करती है उन की ख़ुश्बू
रफ़्तगाँ ख़्वाब में आते हैं चले जाते हैं

कब तुम्हें इश्क़ पे मजबूर किया है हम ने
हम तो बस याद दिलाते हैं चले जाते हैं

आप को कौन तमाशाई समझता है यहाँ
आप तो आग लगाते हैं चले जाते हैं

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