Story of Lion, Jackal and Donkey | शेर, लोमड़ी और गधे की कहानी |

1 year ago
2

Topic:-
सिंह, सियार और गधे की कहानी

Description:- एक समय की बात है, एक गहरे जंगल में एक बहुत ही बड़ा और शक्तिशाली सिंह रहता था। वह जंगल का राजा माना जाता था और उसका आदेश जंगल के सभी जानवरों द्वारा मान्य था। गांव के आसपास एक चौराहे पर एक चालाक सियार और एक मूर्ख गधा रहते थे।

एक दिन, सियार और गधे को सिंह ने एक बार चारसो गांवों में साइलेंस के साथ इंस्पेक्ट करने के लिए बुलाया। वे सिंह के सामर्थ्य के सामने चिढ़ रहे थे और उसे परेशान करने की कोशिश कर रहे थे।

उन्होंने सोचा, "यदि हम सिंह को थोड़ा बेवकूफ़ बना दें, तो हम उसका राज और सत्ता अपने हाथ में ले सकते हैं।"

उन्होंने एक योजना बनाई और सिंह के पास गए। सियार ने कहा, "हे महाराज, हम सुना है कि आप सबसे बुद्धिमान जानवर हैं। क्या आप हमें अपनी बुद्धिमानी का प्रमाण दिखा सकते हैं?"

सिंह गर्व से भरे हुए थे और उन्होंने कहा, "जरूर, मैं तुम्हें एक सवाल पूछूंगा, और यदि तुम सही जवाब देते हो, तो मैं तुम्हारे सामर्थ्य को मानूंगा।"

उन्होंने जारी रखा, "एक बार एक बगीचे में गधा अपनी कर्तव्यविमूढ़ता के कारण बहुत दुखी था। उसने देखा कि एक बड़ा सेब वृक्ष उसे अपनी छाया में ढक रहा था। गधा ने खुद से कहा, 'मैं यहां जाकर सेब को तोड़ लूंगा और इससे अपनी बुद्धि का प्रमाण दिखाऊंगा।' वह वृक्ष के पास गया, और जब वह ऊँची ऊँची उठी हुई टांगों से छूने की कोशिश कर रहा था, तो उसके पास सिर्फ सीढ़ी पहुंचने के लिए एक सीढ़ी ही थी। लेकिन गधा समझ नहीं पाया कि उसे कैसे उठानी है, और उसकी बुद्धि फेल हो गई। तब एक उच्च कद का औरत वहां से गुजर रही थी। वह गधे के पास गई और उसे समझाया, 'बुढ़ापे में बुद्धि और अनुभव बहुत महत्वपूर्ण होते हैं। तुम यहां आकर अपना समय नष्ट कर रहे हो, जबकि तुम और बेहतर काम कर सकते हो।'

गधा ने सीख ली और अपनी कर्तव्यविमूढ़ता छोड़कर वहां से चला गया।"

सियार ने उदास मुख से कहा, "महाराज, अब आप अपने आप को एक सेब के बगीचे में देखिए, और आप अपने जवाब से स्वयं को मान लेंगे।"

सिंह ने वहां जाकर देखा और वास्तव में उसे एक बड़ा सेब वृक्ष नजर आया। उसने वहां जाकर अपने पैरों के साथ सेब को छूने की कोशिश की, लेकिन वृक्ष उसकी पहुंच से दूर था। उसने सोचा, "गधा सही कह रहा था, बुद्धि और अनुभव के बिना कोई भी काम संभव नहीं है।"

सिंह ने अपनी हार स्वीकार की और गधे को अपने पास बुलाया। उन्होंने गधे को धन्यवाद दिया और कहा, "तुमने मुझे एक महत्वपूर्ण सीख सिखाई है। बुद्धिमान बनने के लिए जरूरी है कि हम अपनी अक्ल और अनुभव का उपयोग करें।"

इस तरह, गधे ने अपनी बुद्धिमानी और ज्ञान से सिंह को बेवकूफ़ नहीं बनने दिया। सिंह ने इस सीख को स्वीकार किया और जंगल में उसकी बुद्धिमानी और साहस से प्रशंसा पाई।

इस कहानी से हमें यह सबक मिलता है कि बुद्धिमानी और ज्ञान हमें सफलता और समृद्धि की ओर ले जा सकते हैं। हमें जीवन में चालाकी से काम नहीं चलानी चाहिए, बल्कि अपनी बुद्धिमानी, अनुभव, और अच्छे कर्मों का उपयोग करना चाहिए।

Loading comments...