Shri kamkheda balaji maharaj 15 km away from aklera manoharthana road

1 year ago
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कामखेड़ा बालाजी मंदिर की प्रमुख विशेषता यह है कि यहाँ स्वंय भगवान बालाजी (हनुमान) नकरात्मक बुरी शक्तियों, भूत- प्रेत और पिशाचों की अदालत लगाकर सुनवाई करते है और सजा सुनाते है।
Kamkheda Balaji मंदिर में आने वाले भक्तों की जब मन्नते पूरी हो जाती हैं तब यहाँ पहले गुप्त देवी और प्रेतराज के दर्शन करने होते है। तब इसके बाद ही उन्हें बालाजी महाराज के मन्दिर में दर्शन के लिए प्रवेश मिलता है।
कामखेड़ा बालाजी के प्रतिमा के पास ही एक जल का छोटा सा कुण्ड है जिसमे 12 महीने पानी भरा रहता है।
Kamkheda Balaji मंदिर के बारे में मान्यता है कि विवाह के बाद पति-पत्नी यहां रामायण पाठ कराते हैं, ताकि उनके वैवाहिक और पारिवारिक जीवन में आने वाली सारी बाधाएं पहले से ही खत्म हो जाएं।
बालाजी मंदिर मे कमजोर दिल वाले लोग नही आते है क्योकि यहां मंदिर में चहुंओर प्रेतबाधाओं से पीड़ित लोग चिल्ला-चिल्लाकर अपनी कहानी बोलते नजर आते है। जिन्हें देख कर रूह तक कांप जाती है।
Kamkheda Balaji मंदिर की सबसे बड़ी खासियत यह है कि प्रेतबाधा से पीड़ित व्यक्ति यहां से ठीक होकर ही वापस लौटता है।
मंदिर में दूर जगह से आने वाले लोगो के लिए लगभग 110 कमरे है। इन कमरो में श्रद्धालुगण के लिए बिस्तर के साथ-साथ रसोई घर और पार्किंग की भी सुविधाएं उपलब्ध की गई है। साथ ही साथ यहां नाम मात्र के शुल्क में भक्तो के लिए खाने की भी व्यवस्था उपलब्ध करायी जाती है।
Kamkheda Balaji मंदिर की आरती की एक विशेषता यह है कि यहाँ संध्या के समय होने वाली आरती में भूत-प्रेतों पिशाचों की हाजरी होती है।

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